प्रायगराज के उरुवा ब्लॉक अंतर्गत समोगरा और सिटकी गांव के बीच से होकर गुजरने वाली नहर का शनिवार देर रात एक ओर बांध टूट गया। बांध टूटने से करीब 30 एकड़ से ज्यादा खेतों में लबालब पानी भर गया। खेतों में पानी भरने से किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गयी। नहर का बांध कैसे टूटा अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार शनिवार की देर रात नहर का बांध काफी ज्यादा कट गया। बांध कटने से नहर का भारी रातभर खेतों में भरता रहा। सुबह तक खेतों में लबालब पानी भर गया। सुबह जब कुछ लोग खेतों की ओर गए तो दूर दूर तक चारो ओर फैला नहर का पानी देख उनके होश उड़ गए।
देखते ही देखते आसपास के कई गांवों के लोगों और राहगीरों की नहर पर भीड़ जमा हो गयी। समोगरा के दूसरी ओर नहर के पानी से सैकडों किसानों की फसल तबाह हो चुकी थी। आपको बता दें कि जिन खेतों में पानी भरा वो खेत सिटकी के भूमिहार के जरूर थे लेकिन उन खेतों में समोगरा गांव के लोग अधिया पर फसल उगाते हैं। उन्होंने अपनी जेब से फसल उगाने के लिए पूंजी लगाई थी।
इन्हीं खेतों की फसल से उनके पूरे परिवार का पेट पलटा है। जो नहीं कभी किसानों के लिए अन्नदाता हुआ करता था शनिवार को उनके लिए बड़ी मुसीबत साबित हुआ। इस नगर के पानी ने सैकड़ों किसानों के परिवारों को रोने पर मजबूर कर दिया। अब नहर का बांध कैसे कटा इसे लेकर लोगों के अंदर लगातार सवाल हैरान करते रहे। वहीं इस बात की भी चर्चा रही कि सिटकी गांव का कोई युवक रात में नहर से अपने खेत मे पानी लगाने के लिए मिट्टी काट रहा था। जिसके कारण ये हादसा हुआ। हालांकि यह कितना सही ही यह जांच का विषय है।