उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफियाओं के खिलाफ गुरुवार को भी जेसीबी से आर्थिक चोट पहुंचाने का सिलसिला जारी रहा। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) भारी फोर्स के साथ हिस्ट्रीशीटर छोट्टन सहित तीन माफियाओं के घर को जेसीबी से जमीदोज कर दिया।
पीडीए के जोनल अधिकारी संत शुक्ला, शिवानी सिंह और आलोक कुमार पांडेय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ छतनाग गांव पहुंचे। अधिकारियों ने 500 वर्ग गज में बने दो मंजिल घर को खाली करने कहा। सामान निकालने के बाद इसे जेसीबी से गिराने का काम शुरू हुआ।
ध्वस्तीकरण के काम मे 5 जेसीबी लवाई गयी थी। आपको बता दें कि इस दो मंजिला मकान में बबलू गिरी उर्फ प्रमोद और उसका भाई छोट्टन परिवार के साथ रहते थे। उनके दो मंजिला इमारत गिराने में जेसीबी को करीब 5 घंटे लगे।
इस कार्रवाई के दौरान बहरिया, सरायइनायत और झूंसी थाने की पुलिस के साथ पीएसी बल भी मौजूद रहा। छतनाग में कार्रवाई के बाद उसतापुर निवासी ऋषि भारतीय के 1000 वर्ग गज आवास को जमीदार किया गया।
कार्रवाई के दौरान ऋषि के छोटे भाई शशि भारतीय ने विरोध किया तो उसे सरकारी काम मे बाधा पहुंचाने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया। हालांकि कार्रवाई का सिलसिला जारी रहा और देर शाम तक आवास को जमीदोज कर दिया गया।
जब दूसरे मकान पर गृह प्रवेश के दिन चली जेसीबी
छतनाग गांव में छोट्टन का घर पहचानने में पीडीए के कर्मचारी चूक गए। दरअसल उसी गांव में ही छोट्टन के सगे भाई आशीष और सतीश पुश्तैनी मकान में अलग अलग रहते हैं। हाल ही में आशीष ने मकान का कायाकल्प कराया था।
गुरुवार का मकान में गृह प्रवेश होना था। वहीं सुबह दरवाजे पर पीडीए का जेसीबी देख लोग स्तब्ध रह गए। जबतक कोई कुछ समझता तब तक जेसीबी से गेट का पीलर गिरा दिया गया। इसीबीच वहां अधिकारी पहुंच गए उन्होंने तत्काल जेसीबी को रुकवा कर असली मकान को बताया।
पीसीए के कर्मचारियों की इस हरकत से लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला। दरअसल इसी घर से सतीश की शुक्रवार को बारात जानी है। ऐसे में पीडीए की इस हरकत से उन्हें काफी चोट लगी। आपको बता दें कि पीडीए की टीम इसके पूर्व भी इस प्रकार की हरकत कर चुकी है।