भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया कोरोना (covid-19) महामारी से बुरी तरह जूझ रही है। कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस कोरोना से जंग लड़ने के लिए पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन (corona vassine) लगाने की होड़ सी लग गई है। भारत में भी कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। इन सबके साथ कोरोना वैक्सीन और उसके प्रभाव पर पूरी दुनिया के वैज्ञानिक शोध करने में जुटे हुए हैं।
कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) को लेकर वैज्ञानिकों की ओर से दावा किया जा रहा है कि डिप्रेशन और तनाव में रहने वाले लोगों पर कोरोना वैक्सीन का प्रभाव कम हो सकता है। मतलब अगर आप तनाव में रहते हैं तो कोरोना वैक्सीन का फायदा या असर काफी कम हो सकता है। अगर आप कोरोना वैक्सीन का लाभ लेना चाहते है तो आप तनावमुक्त रहें।
एक रिपोर्ट के अनुसार टीकाकरण से पहले 24 घंटे में व्यायाम और अच्छी नींद लेकर टीके की प्रभावशीलता को बढ़ा सकते हैं। अमेरिका में अनुमोदित कोविड 19 वैक्सीन एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्पादन करने में अत्यधिक प्रभावी है लेकिन हर व्यक्ति के अंदर इसका प्रभाव तुरंत नहीं देखने को मिलेगा।
अमेरिका के ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एनेलिस मैडिसन के अनुसार कोविड-19 के भौतिक टोल के अलावा महामारी में एक समान रूप से परेशान मानसिक स्वास्थ्य घटक है, जो कई अन्य समस्याओं के बीच तनाव का कारण है। मैडिसन के अनुसार इस तरह के भावनात्मक तनाव व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली पर बुरा असर डालते हैं।