कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा के अचानक निधन की फर्जी खबर से गुरुवार को सनसनी फैल गयी। वोरा के निधन की फर्जी खबर का सिलसिला देर शाम शुरू हुआ। कई न्यूज चैनल्स ने इस खबर को दिखा भी दिया। मौत की खबर से परिजनों और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गयी। हालांकि घर के सदस्यों में इस खबर का खंडन करते हुए कहा वो अभी पूरी तरह स्वस्थ हैं।
आपको बता दें कि मोती लाल वोरा के मौत की फर्जी खबर छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी ने भी हड़बड़ी में गड़बड़ी करते हुए ट्वीटर कर फैलाया था। उन्हीने वोरा के निधन की पोस्ट शेयर की, जबकि वो जिंदा हैं। जब तक उन्हें अपनी गलती का एहसास होता तब तक ये फर्जी खबर कई चैनल दौड़ा भी चुके थे।
सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें श्रंद्धाजली देना शुरू कर दिए। यहां गक की कई कांग्रेसी नेता भी वोरा के निधन की सूचना के साथ श्रंद्धाजली देते दिखे। हालांकि तुलसी को गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने गलत पोस्ट डिलीट कर दी। तुलसी ने लिखा कि वो फेक न्यूज का शिकार हो गए।
वोरा के परिवार ने मोतीलाल वोरा के स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए उनके निधन की खबर को झूठा बताया।परिवार के मुताबिक मोतीलाल वोरा ठीक हैं और उनकी हालत में सुधार है। आज उन्हें आईसीयू से बाहर दूसरे कक्ष में शिफ्ट किया गया है। मोतीलाल वोरा के पुत्र अरूण वोरा ने कहा है कि ऐसी खबर से वे स्वयं बदहवास हो गए थे।
उनके बाबूजी पूरी तरह से ठीक है। ऐसी गलत जानकारी और समाचारों से उन्हें दुख हुआ है। अरूण वोरा ने स्पष्ट किया है कि बाबूजी ठीक हैं और उन्हें किसी तरह के ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं है। वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी ने भी अपने ट्वीट के लिए माफी मांगी।