5 जी नेटवर्क (5G Network) को लेकर भारत अब चीन या अन्य देखों के भरोसे नहीं रहेगा। चीन को टक्कर देने के लिए अब भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industry) कंपनी गूगल (Google) के साथ सस्ते स्मार्ट फोन (Smart phone) बनाएगी। दोनों मिलकर 5 जी का आॅपरेटिंग सिस्टम तैयार करेंगे।
रिलाइंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने बुधवार को सालाना महासभा में एक साल का रोडमैप पेश किया। इस दौरान उन्होंने भारत को 2 जी मुक्त कर 4 जी या 5 जी के चरण में लाने की बात कही है। दोनों कंपनियां एंट्री लेवल स्मार्टफोन बनाएंगे। ये काफी सस्ते होंगे। कम्पनी की ओर से देशभर में 5जी का खाका भी तैयार कर लिया है। 5 जी आने के बाद भारत एक नई रफ्तार के साथ दुनिया के सामने दिखेगा। भारत में डिजिटल क्रांति का नया रूप देखने को मिलेगा।
चाइनीज कंपनी हुवावे पर साइबर जासूसी के लगते रहे हैं आरोप
रिलायंस जियो (Reliance jio) द्वारा भारत में 5 जी नेटवर्क लाने के प्लान से सबसे बडा झटका चीन को लगा है। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के पहले भारत सरकार चाइनीज कंपनी हुवावे (HUAWEI) को 5 जी ट्रायल का मौका देने का प्लान कर रही थी। इसे लेकर कई विशेषज्ञों ने भारत सरकार को आगाह भी किया था।
वहीं अब भारत और चीन के सीमा विवाद के कारण हुवावे को बड़ा झटका लगा है। चीनी कंपनियों पर टेलीकाॅम उपकरणों के माध्यम से लगातार साइबर जासूसी के आरोप लगते रहे हैं। कई देशों को आशंका है कि चीन की कंपनियां हैकिंग के माध्यम से उनके डिफेंस सीक्रेट और दूसरी महत्वपूर्ण जानकारियां चुरा लेते हैं।
साइबर जासूसी को ध्यान में रखते हुए अमेरिका, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी, ताइवान और न्यूजीलैंड ने अपने देश में हुवावे की 5 जी तकनीक पर प्रतिबंध लगा रखा है।
5 जी से ऐसे बदलेगी आपकी दुनिया
– 5 जी की खास बात ये है कि यह इसमें शतप्रतिशत घरेलू उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। 5 जी आने के बाद आपके गली मुहल्ले की दुकानों को ई-काॅमर्स पोर्टल जियोमार्ट से जोडा जाएगा। इसका सबसे बडा फायदा ये होगा कि किराना स्टोर सेल्फ सर्विस स्टोर में बदल जाएंगे।
ग्राहकों को सस्ता सामान मिल सकेगा। कंपनी की ओर से जल्द ही जियो ग्लास उतारने का प्लान है। यह स्मार्टफोन से जुड कर 3डी वर्चुअल काॅल की सुविधा देगा। यह शिक्षा के साथ मनोरंजन में भी सहायक होगा। जियो टीवी प्लस के माध्यम से मनोरंजन के क्षेत्र को नया आयाम देखने को मिलेगा।
इसके माध्यम से प्राइम, हाॅटस्टार, अमेजन, नेटफ्लिक्स जैसे ओटीटी कंपनियों के कार्यक्रमों को देख सकेंगे। ग्राहक अगर चाहें तो रिमोट के माध्यम से यूट्यूब पर कुछ भी सर्च कर सकेंगे। एप डेवलपर्स खुद का एप बनाकर कमाई कर सकेंगे।