इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पिछले 35वें दिनों से छात्र नेता अजय सम्राट के नेतृत्व में 5 सूत्रीय मांगों को लेकर अनशन किया जा रहा था।
कोरोनाकाल में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था सम्बंधित सहित अन्य मांगे की जा रही थी। इविवि प्रशासन ये छात्र शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर लगातार प्रशासन से सवाल कर रहे थे।
धरने के 35वें दिन मंगलवार को अचानक इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुलिस और पीएसी छावनी में तब्दील होता दिखा।
इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से धरना खत्म करने को कहा।
जवाब में छात्र नेता सम्राट ने कहा कि हम कई बार प्राक्टर सर से अपनी मांग सम्बंधित ज्ञापन दे चुके हैं।
आज तक उन पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। हमारी मांगे जब तक नहीं मानी जाती तब तक हम धरने पर बैठे रहेंगे।
साथ ही विवि प्रशासन से कई तीखे सवाल किए। इसके अलावा उन्होंने प्रदेश सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि सरकार कौन सी नीति पर काम कर रही है।
सामान्य दुकानों को शाम 7 बजे बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया है जबकि शराब की दुकानों को देर तक खोलने की अनुमति है।
सरकार की यह नीति जनता विरोधी है। इसके बाद इविवि प्रशासन के निर्देश पर पुलिस ने अनशन पर बैठे छात्रों को बर्बरतापूर्वक हिरासत में ले लिया।
गिरफ्तार छात्रों में अजय सिंह यादव “सम्राट”,राहुल पटेल, मुबश्शिर हारून, मो.सलमान, नवनीत, आयुष प्रियदर्शी मिनिस्टर, सुनील पटेल “बादशाह” थे।
छात्र नेता सम्राट ने बताय कि गिरफ्तार छात्रों को पुलिस लाइन ले जाया गया और वहां पर गिरफ्तार छात्रों से किसी भी छात्र तथा परिजन को मिलने नहीं दिया गया और उनके पास मौजूद मोबाइल तथा अन्य सामान भी जप्त कर लिया गया ।