लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 2 जुलाई की देर रात बिकरु गांव में आठ पुलिसकर्मियों को मारने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को भला कौन भूल सकता है। घटना के बाद मास्टर माइंड और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने पर 5 लाख का इनाम घोषित था।
उत्तर प्रदेश का विकास दुबे ने पुलिस एनकाउंटर से बचने के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल के मंदिर में खुद को सुरक्षा गार्ड के हवाले कर दिया था। हालांकि उज्जैन से कानपुर लाते समय एसटीएफ ने विकास दुबे का रास्ते में ही एनकाउंटर कर दिया। सम्बन्धित मामले में अब तक करीब 35 लोगों को पकड़ा जा चुका है। वहीं पुलिस आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की कवायद में जुटी है।
आपको बता दें कि जिस समय गैंगस्टर विकास दुबे 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या कर भागा था। उस पर 5 लाख का इनाम घोषित किया गया था। यूपी पुलिस ने विकास दुबे को पकड़ने के लिए पूरे प्रदेश में फोर्स तैनात कर दी थी। बावजूद इसके यह उत्तर प्रदेश से फरार होने में सफल रहा।
महाकाल मंदिर में चिल्ला कर कहने लगा “मैं हूँ विकास दुबे, कानपुर वाला”
उसने खुद को पुलिस एनकाउंटर से बचाने के लिए मध्य प्रदेश के महाकाल मंदिर में शरण ली। महाकाल मंदिर में वह तेज तेज चिल्लाने लगा “मैं हूँ विकास दुबे, कानपुर वाला”। यह सुनते ही लोग दंग रह गए। इस दौरान उसने खुद को महाकाल मंदिर के सुरक्षा गार्ड के हवाले कर दिया।
इसके बाद एमपी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर यूपी एसटीएफ को सौंप दिया। उज्जैन से कानपुर आते समय रास्ते मे एसटीएफ ने उसका एनकाउंटर कर दिया। इसके बाद लोगों के मन मे विकास दुबे के नाम घोषित इनाम की राशि किसे मिलेगी जैसा सवाल उठने लगा। हालांकि लॉगऑन को उम्मीद थी कि इनाम की राशि का हकदार वह गार्ड होगा जिसने उसे पकड़ा था।
अगर आप अब भी ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत हैं। दरअसल MP पुलिस ने इनाम के राशि के हकदारों की लिस्ट भेजी है। जिसमे 3 सिपाही सहित 6 लोगों को इनाम का हकदार समझा गया है। इसमे महाकाल मंदिर में तैनात 3 पुलिस कॉन्स्टेबल विजय रौठौर, जितेंद्र कुमार, परशुराम। इसके अलावा मन्दिर का फूल व्यापारी सुरेश और मन्दिर के गार्ड राहुल शर्मा और धर्मेद्र परमार। यहीं के बीच 5 लाख इनाम की राशि बटेगी।