UP Panchayat Election: उत्तर प्रदेश में 25 दिसम्बर से प्रधानों के कार्यकाल समाप्त होने पर गांवों की बागडोर सहायक विकास अधिकारी (ADO) के हाथों में सौंप दी जाएगी। प्रदेश में 57978 ग्राम पंचायतों के कार्यकाल शुक्रवार आधी रात को समाप्त हो रहा है लेकिन प्रदेश के दो जिले ऐसे हैं जहां गांवों की कमान ग्राम प्रधानों के हाथों में ही होगी।
शुक्रवार आधी रात के बाद प्रधानों के डोंगल वापस लेकर ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (डीएससी) अनरजिस्टर्ड कर दिए जाएंगे। वहीं प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के 88 और गोंडा के 10 गांवों में प्रधान अपने पद पर बने रहेंगे।
दरअसल गौतमबुद्ध नगर के 88 गांव में जून 2016 में चुनाव हुए थे। वहीं गोंडा के 10 में से एक गांव में 2018 में और 9 में 2019 में चुनाव हुए थे। इसलिए यहां कार्यकाल अभी पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में इन जगहों पर प्रशासकों की नियुक्ति नहीं होगी।